Love शायरी

इधर आ…  मैं लगा दूँ, क्लिप बालों में सजा दूँ । वैसे... खुले अच्छे लगते हैं मुझे, ख़्वाहिश अपनी तुम्हें बता दूँ___!!

उनके बाल जब खुल कर उनके चहरे पर बिखर जाते है, तारीफ़-ए-हुस्न में तब हमारे अल्फाज़ भी शरमा जाते है..!

पलकों की हद को तोड़कर रूखसार पे आ गया।।। ऐ अश्क तु  सब्र की बड़ी तौहीन कर गया।।।

हाल  ऐसा  है  कि आईना भी सवाल कर बैठा , कहता है कमबख्त तू किसके लिए ये हाल कर बैठा ।।

सरकारी सेवाएं सी है तुम्हारे यादें, चर्चा खूब होती हैं मिलती कुछ नहीं....!

वो तो जिंदगी का एक सबक था, !! मुझे लगा बेपनाह मोहब्बत है उसे मुझसे

तुम से बहस में कौन जितेगा यार , तुम्हारी तो आँखे भी बोलती है !

धन्यवाद